बिहार में लद गया पुराने बाहुबलियों का जमाना, अब चलता है Gangs of Nitish Kumar

पटना : बिहार में बाहुबलियों के दिन लग गए हैं जी हां हम बात कर रहे हैं वैसे बाहुबली कि जिसका नाम आज तक कोई भूल नहीं पाया है इसमें मोहम्मद शहाबुद्दीन सूरज भान सिंह अनंत सिंह प्रभुनाथ सिंह अजय सिंह रामा सिंह, आनंद मोहन इन सबके नाम को आप शामिल कर सकते हैं यह सभी ऐसे पॉलीटिशियंस रहे जिनके बाहुबल ने उन्हें सत्ता में जगह दिलाई है राजनीति में एक पहचान दिलाई इन बाहुबलियों की ताकत ही ऐसी थी जिसके चलते सत्ता में आने के लिए तमाम दिग्गज राजनेताओं को इनका ही सहारा लेना पड़ता था। 


समय बीता और अब बाहुबलियों के दिन लग गए हैं अब अगर डिजिटल दुनिया की बात करें तो इनकी जगह हम कह सकते हैं गैंग सनी गैंग्स ऑफ नीतीश कुमार जैसा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री अब गैंग्स ऑफ नीतीश कुमार चलाते हैं दरअसल बिहार में कैसे वारदात को अंजाम दिए गए हैं जिसमें कहीं ना कहीं नेता मंत्री विधायक के बाहुबल का अंदाजा आप लगा सकते हैं ऐसे कई नेताओं के नाम सामने आ जाते हैं जिसकी ताकत के आगे कानून प्रशासन हर कोई छोटा नजर आता है। वर्तमान घटनाओं की अगर जिक्र करें तो मधुबनी में होली के आसपास इसी साल हुए नरसंहार में बीजेपी के विधायक विनोद नारायण झा का नाम शामिल हुआ 



वहीं 2020 में अमरेंद्र पांडे उर्फ पप्पू पांडे का नाम गोपालगंज से सामने आया इसके साथ ही साथ अगर देखें तो मंत्री लेसी सिंह जो पूर्णिया के धमदाहा से विधायक भी हैं कई ऐसे मामलों में उनका नाम भी सामने आया है इसके अलावा कुछ ऐसे ही बड़बोले विधायक हैं जिन पर गाहे-बगाहे कई तरह के आरोप लगते रहते हैं इन सब की सूची हम आपको नीचे दिए जा रहे हैं जिसे आप पढ़कर अंदाजा लगा सकते हैं इनके कारनामे कैसे हैं किंतु पर कानून का जोर भी नहीं चलता है और सरेआम रक्त रंजित समाज में दिखाई पड़ता है

मंत्री लेसी सिंह का मामला 


मंत्री लेसी सिंह का मामला सबसे ताजा है. लेसी सिंह के खिलाफ पूर्णिया में मर्डर का एफआईआर दर्ज हुआ है.पूर्णिया में पूर्व जिला पार्षद रिंटू सिंह हत्याकांड में दर्ज हुई एफआईआर में मृतक की पत्नी ने लेसी सिंह पर सीधा आरोप लगाया है. पुलिस कह रही है कि हम आऱोपों को जांचेंगे तब आगे की बात सोचेंगे. मंत्री अपनी कुर्सी पर बनी हुई हैं. कानून का राज मुकदर्शक बना हुआ है.




शऱाबखोरी के आरोपी गोपाल मंडल पर कार्रवाई नहीं


हमेशा विवादों में रहने वाले जेडीयू के बाहुबली विधायक गोपाल मंडल पर चलती ट्रेन में शराब पीकर उत्पात मचाने, अर्धनग्न होकर घूमने औऱ एक दलित युवक के साथ मारपीट कर उसे जबरन गंदा पानी पिलाने का आऱोप लगा था. मामला दिल्ली की रेलवे पुलिस मे दर्ज हुआ औऱ वहां से रिपोर्ट बिहार पुलिस के पास भेजा गया. लिहाजा बिहार पुलिस को एफआईआर दर्ज करनी पड़ी. लेकिन गोपाल मंडल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई. हम आपको बता दें कि यही बिहार पुलिस शराब के आऱोप में किसी आम आदमी की गिरफ्तारी ही नहीं बल्कि उसका घर तक जब्त कर लेती है. गोपाल मंडल अपवाद बन गये. पुलिस को उनके खिलाफ न शराबखोरी का सबूत मिला औऱ ना ही दलित उत्पीड़न का.




विधायक अमरेंद्र पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय


गोपालगंज के कुचायकोट से जेडीयू के बाहुबली विधायक हैं अमरेंद्र कुमार पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय. पिछले साल उन पर तीन लोगों की हत्या कराने का एफआईआर दर्ज हुआ लेकिन पुलिस को उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला. मारे गये लोगों के परिजन चीख चीख कर पप्पू पांडेय पर हत्या कराने का आऱोप लगाते रहे पुलिस ने कहा कि कोई आरोप ही नहीं बनता. उससे पहले पप्पू पांडेय पर पटना के एक ठेकेदार से रंगदारी मांगने का आरोप लगा. पीडित ठेकेदार ने पप्पू पांडेय की पुलिस औऱ सरकार से सांठगांठ के बेहद गंभीर आऱोप लगाये. उनकी आशंका सच साबित हुई औऱ पप्पू पांडेय का कुछ नहीं बिगड़ा. जेडीयू के इस विधायक के खिलाफ लगभग हत्या, रंगदारी समेत बेहद संगीन मामलों के लगभग तीन दर्जन एफआईआर दर्ज हैं. एक एक वे इन आऱोपों से बरी होते जा रहे हैं.



विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह


दो महीने पहले की ही बात है जब कुमुद वर्मा नाम की महिला नीतीश कुमार के जनता दरबार में पहुंची थी. कुमुद वर्मा ने मुख्यमंत्री के सामने रो-रो कर कहा कि बाल्मिकीनगर से जेडीयू के विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह ने उनके पति दयानंद वर्मा की बीच बाजार हत्या करा दिया है. हत्या के इस मामले में विधायक रिंकू सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज है लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. जनता दरबार में महिला की शिकायत सुनने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि वे कार्रवाई करेंगे. विधायक धीरेंद्र सिंह उर्फ रिंकू सिंह मजे से घूम रहे हैं औऱ कानून का राज कहां छिप गया है इसकी तलाश में पीडित महिला कुमुद वर्मा लगी है. 


मंत्री रामसूरत राय के भाई पर कार्रवाई नहीं


बिहार सरकार में भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री रामसूरत राय हैं. मुजफ्फरपुर में उनके भाई के कैंपस से भारी मात्रा में शराब बरामद हुई. मंत्री के भाई के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई. लेकिन पुलिस ने मंत्री के भाई को नहीं गिरफ्तार किया. इस मामले को लेकर बिहार विधानसभा में भारी हंगामा हुआ. सरकार ने कहा कि कार्रवाई होगी. लेकिन पुलिस ने मंत्री के भाई को इतना मौका दिया कि वे कानूनी प्रक्रिया का लाभ उठा कर बच सकें. मंत्री के भाई खुलेआम घूम रहे हैं. हम आपको बता दें कि बिहार में किसी के परिसर में शराब की बरामदगी के बाद पुलिस न सिर्फ गिरफ्तारी करती है बल्कि जमीन भी जब्त कर लेती है. मंत्री के भाई के मामले में ऐसा कुछ नहीं हुआ।

कविता सिंह के पति बाहुबली अजय सिंह


बाहुबली अजय सिंह उस वक्त से नीतीश कुमार की नजर में आए थे जब वह शहाबुद्दीन के साथ हुआ करते थे बाहुबली अजय सिंह की मां उस वक्त चुनाव लड़ा करती थी उनके निधन के बाद अजय सिंह खुद टिकट पाने के लिए गए थे लेकिन नीतीश कुमार ने मना कर दिया उन्हें कहां शादी कर लो मैं टिकट तुम्हें दे दूंगा इसके चलते उन्होंने पित्र पक्ष में ही कविता सिंह के शादी की और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद आशीर्वाद देने पहुंचे बाद में टिकट भी दिया गया इन दिनों कविता सिंह जीत चुकी है लोकसभा का चुनाव भी और आज भी बाहुबली के रूप में जाने जाते हैं

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