सच्ची घटनाओं पर बनी कुछ ऐसी फ़िल्में जिसने दिखाई समाज की दबी हुई सच्चाई

हाल ही में रीलीज हुई 'द कश्मीर फाइल्स' फिल्म इंडिया के इतिहास के उस भयानक चैप्टर के बारे में है जो 1990 में कश्मीर में हुआ था। उस वक्त, मुस्लिम कम्युनिटी के लोगों ने कश्मीरी पंडितों को कश्मीर छोड़ने पर मजबूर किया था। ऐसी कुछ फिल्में है जिसने समाज की दबी हुई सच्चाई को परदे पर बेहद ही रोमांचकारी ढंग से उकेरा है। आइए जानते हैं, इन फिल्मों बारे में-
1. द ताशकंद फाइल्स: जी5 विवेक अग्निहोत्री की यह फिल्म देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की रहस्यमय मौत की गुत्थी पर आधारित है। यह एक बॉलीवुड-मिस्‍ट्री-ड्रामा है। फिल्म एक पत्रकार रागिनी फुले के इर्द गिर्द घूमती है, जो एक खास न्यूज़ स्कूप के इंतज़ार में है। उसके हाथ कहीं से द ताशकंद फाइल्स लग जाती हैं, जिसमें लाल बहादुर शास्त्री की रहस्यमय मृत्यु का सच लिखा होता है। फिल्म में नसीरुद्दीन शाह, मिथुन चक्रवर्ती, पंकज त्रिपाठी, पल्लवी जोशी, मंदिरा बेदी, विनय पाठक मुख्य भूमिका में शामिल हैं। 2. गुमनामी: अमेजन प्राइम, हॉटस्टार श्रीजीत मुखर्जी की डायरेक्टेड यह फिल्म बंगाली भाषा में बनाई गई है। अनुज धर और चंद्रचूर घोष द्वारा लिखित पुस्तक कोन्ड्रम पर आधारित यह फिल्म नेताजी सुभाषचंद्र बोस की मृत्यु के रहस्य से संबंधित है। प्रोसेनजीत चटर्जी ने सुभाष चंद्र बोस और गुमनामी बाबा की भूमिकाएं निभाई हैं। फिल्म तीन थ्योरी के बारे में बात करती है, जिसमें बताया गया है कि आखिर नेताजी के साथ क्या हुआ था। यह फिल्म एक आकर्षक थ्रिलर मूवी है। 3.शौर्या: जी5 शौर्या एक बॉलीवुड ड्रामा है, जिसका निर्देशन समर खान ने किया है। भारतीय सेना की पृष्ठभूमि पर बनी इस फिल्म की कहानी चार किरदारों के इर्दगिर्द घूमती है। शौर्य और पराक्रम के बीच इनके जीवन को भी एक बड़ी उथल-पुथल का सामना करना पड़ता है जो उनके आने वाले जीवन को हमेशा के लिए बदल देता है। इस फिल्म में राहुल बोस और केके मेनन का शानदार अभिनय देखने को मिलेगा। मिनिषा लांबा भी एक अहम भूमिका हैं। फिल्म का संगीत अदनान सामी ने दिया है। 4.बुद्धा इन अ ट्रैफिक जाम: जी5 बुद्धा इन अ ट्रैफिक जाम 2016 की एक सोशल-पॅालिटिकल ड्रामा फिल्म है, जिसका लेखन और निर्देशन विवेक अग्निहोत्री ने किया है। फिल्म में अरुणोदय सिंह, अनुपम खेर, पल्लवी जोशी, माही गिल, आँचल द्विवेदी, इंदल सिंह, गोपाल के सिंह मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म की कहानी अलग-अलग चैप्टर के हिसाब से दिखायी गई है, जिसमें माओवादी, नक्सल, पॉलिटिक्स, समाज व्यवस्था के ऊपर कई सारे सवाल किए गए हैं। 5.आर्टिकल-15: नेटफ्लिक्स इस फिल्‍म का निर्देशन अनुभव सिन्‍हा ने किया है। सच्ची घटना पर बनी ये फिल्म उत्तर प्रदेश के एक गांव में फैले जातिवाद को बड़े पर्दे पर दिखाती है। फिल्म का टाइटल भारतीय संविधान के आर्टिकल-15 से लिया गया है, जो धर्म, जाति, लिंग या जन्म स्थान के आधार पर भेदभाव को रोकता है। अगर कास्‍ट की बात की जाय तो आयुष्‍मान खुराना, ईशा तलवार, सयानी गुप्‍ता और मनोज पाहवा मुख्‍य भूमिका में हैं। फिल्‍म में आयुष्‍मान खुराना पुलिस ऑफिसर के रोल में दिखाइ दिए है।

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