जनपद पंचायत अमरपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत देवरी में सहायक सचिव द्वारा किए गए भ्रष्टाचारी गबन घपला की जांच के लिए ग्रामबासीयो ने कलेक्टर को लिखा खत*

 


*जिला संवाददाता धरम सिंह की रिपोर्ट*

डिंडोरी जिले के अमरपुर जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत देवरी में सहायक सचिव द्वारा किए गए भ्रष्टाचारी गबन घपला की जांच के लिए ग्रामबासीयो ने कलेक्टर को लिखा खत

द समाचार एक्सप्रेस ।अमरपुर/डिंडोरी मध्य प्रदेश।   

 जिला डिंडोरी जनपद पंचायत अमरपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत देवरी में पदस्थ ग्राम रोजगार सहायक सचिव शैलेश रजक द्वारा किए जा रहे हैं भ्रष्टाचार, को लेकर गांव वालों ने कलेक्टर को लिखा पत्र।और जांच कर रोजगार सहायक सचिव के ऊपर कार्यवाही करने की मांग की है 


जिला कलेक्टर से, लोगो का कहना है कि रोजगार सहायक सचिव बहुत बड़े रिशब्त खोर है। वह हर काम पूरा करने के पैसे लेते हैं। चाहे वो आवास हो, चाहे वह जॉब कार्ड का काम हो, चाहे राशन कार्ड का आदि सभी काम के लिए पैसे लिए जाते है। लोगो का कहना है कि जो नल कनेक्शन है जो हर गांव में लगी है  उसमे भी महीने में पैसे लिए जाते हैं। नही तो पानी आना बंद हो जाता है। लोग पानी की समस्या के चलते उन्हें पैसे भी दे देते है। 

*फर्जी मस्टरोल से निकाले जाते है लाखो रूपिये*

और फर्जी मस्टररोल निकाल कर बिना मूल्यांकन के ही समांग्री एव मजदूरी की राशि हितग्राहीयो के खाता में डाल दिया जाता है। 50/60 लोगो का कुआं बनाया गया है जिसमे खर्च 50/60 हजार रूपए आया है। उसमे 2लाख से ऊपर का खर्च बताया जा रहा है। 


*गांव वाले कहते हैं*

गांव वालों का कहना है कि जहां कुआं बनाया गया है। बहा रकवा भी नही है। कुछ कुएं ध्वस्त भी हो चुके हैं।

गांव वालों का कहना है। की हितग्राहियों से मिलकर राशियो का बटवारा कर लिया जाता। गांव वालों का कहना  है कि योजनाओं का लाभ उनको नही दिया जाता जिनको पहले जरूरत है। गांव में गरीबों का आवास योजना के अंतर्गत घर नहीं बनवाई जाती बल्कि अमीरो का घर बनाया जाता है। जिसको जरूरत है घर की उसका घर नहीं, जिसे जरूरत नहीं उसका घर बनाया जाता है। और पैसे भी लिए जाते है। गरीब मासूम लोग डरते हैं। इन्हे कियुकी अगर यह रोजगार सहायक सचिव को पैसे नही देते तो उनके घर भी नही बन सकता। यह कहकर धमकाया जाता है। जो लोग इनके खिलाफ आवाज उठाते हैं। उन्हे मारने की धमकी दी जाती है। इसलिए गांव के भोले भाले लोग उनकी सारी बात मान लेते है। गरीबों को गुमराह करते है।


*रोजगार सहायक सचिव के बारे मैं यह कहते हैं लोग*

लोगो का कहना है कि शासकीय योजना का लाभ पात्र लोगो को न देकर अपात्र लोगो को दिया जाता है। और सभी शासकीय योजना कार्य पूरा करने के लिए पैसे भी भरपूर लिए जाते है। गरीब लोगो को घुमा फिरा दिया जाता है। और आपात्रो का काम तत्काल हो जाता है। लोगो का कहना है की जो लोग पैसे देते है या फिर जो लोग उनके अपने होते है उनका काम पूरा कर दिया जाता है। बाकी गरीब लोगो की काम हमेशा  धीरे धीरे होता है। यहा पर दलाल सक्रिय हैं। सचिव शैलेश रजक दलालो का काम करते हैं। यह बात भी सुनने को मिली लोगो से।

लोगो का कहना है की बस इतना ही नहीं बल्कि  सरकारी योजना में 2/3 करोड़ का घोटाला किया गया है। फर्जी मस्टरोल निकाल कर बिना काम बिना मूल्यांकन के फर्जी मस्तरोल के माध्यम से पैसे निकाले गए है। लोग बहुत परिशान है। इनके कारनामे से।

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