कड़क सदर अनुमंडल पदाधिकारी अमित अनुराग की आवश्यकता कुछ वर्षों तक और - डॉ अरविन्द वर्मा, चेयरमैन

संतोष मैथ्यू के रुप में चर्चित रहे सदर अनुमंडल पदाधिकारी अमित अनुराग

खगड़िया। एक लंबे अंतराल के बाद खगड़िया अनुमंडल में संतोष मैथ्यू जैसे कड़क सदर अनुमंडल पदाधिकारी के रूप में अमित अनुराग जैसे पदाधिकारी की पदस्थापना हुई। तब से अब तक इस अनुमंडल के सभी प्रखंडों के विकास कार्य को निरंतर प्रगति के पथ पर प्रगतिशील करने के लिए हमेशा सक्रिय रहे। जिला मुख्यालय स्थित गौशाला कमिटी के अध्यक्ष होने के नाते अनुमंडल पदाधिकारी अमित अनुराग ने गौशाला कमिटी में निरंतर राजस्व की वृद्धि कराया। गौशाला प्रांगण की साफ-सफाई, गौ माता के चारा, दवाई और उनके स्वास्थ्य की रक्षा जैसे कार्य भी अपेक्षा के अनुरुप हुई। गौशाला कमिटी और कमिटी के वेतनभोगी कर्मचारियों का भी आर्थिक विकास हुआ। उनके वेतन में भी अपेक्षाकृत वृद्धि की गई। उसी प्रकार संस्कृत महाविद्यालय प्रबंध कमिटी के  पदेन अध्यक्ष होने के नाते अनुमंडल पदाधिकारी अनुराग के दिशा निर्देशन में महाविद्यालय की जमीन को पट्टे पर देकर वर्षों से चली आ रही राजस्व की राशि में भी काफी बढ़ोतरी हुई। हालांकि कुछ भू माफियाओं द्वारा इन्हें षड्यंत्र कर फंसाने की भी भरसक कोशिश की गई मगर वे नाकामयाब रहे।अनुमंडल पदाधिकारी अमित अनुराग के कार्यकलापों को देखते हुए यहां के तमाम लोगों को विश्वास हो गया कि खगड़िया की धरती पर संतोष मैथ्यू के रूप में अमित अनुराग की पोस्टिंग हुई है। इनसे लोगों की काफी आशाएं बंधी और उनके अनुरुप इन्होंने कार्यों का भी संपादन किया। आमजनों के बीच काफी चर्चित रहे। निरीह ग्रामीण जनता भी सीधे इनसे मिलकर अपनी समस्याओं को दर्शाते थे और यथासमय समस्याओं का समाधान करा कर उन्हें प्रफुल्लित किया करते थे। इतना ही नहीं, प्रशासनिक महकमों में भी इनका अच्छा प्रभाव था। जिला पदाधिकारी अमित कुमार पांडे सहित अन्य पदाधिकारियों के साथ इनका समन्वय स्थापित रहने के कारण इनके अनुमंडलीय क्षेत्र में विकास की गंगा बहने लगी। अनुमंडल पदाधिकारी अमित अनुराग को पुलिस पदाधिकारियों का भी सहयोग निरंतर मिलता रहा जिसमें तत्कालीन अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सुमित कुमार और वर्तमान अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी रहमत अली के नाम उल्लेखनीय हैं । 

शहरवासियों को आवागमन में सुविधा देने के उद्देश्य से अतिक्रमणकरियों पर भी अनुमंडल पदाधिकारी अमित अनुराग ने बिना भेद भाव के बुलडोजर चलाया और अतिक्रमण मुक्त करा कर आम जनता को निजात दिलाया। इस कार्य में इन्हें नगर कार्यपालक पदाधिकारी रणवीर कुमार एवं नगर परिषद कर्मियों का भी भरपूर सहयोग मिला। कहने का तात्पर्य है कि सदर अनुमंडल पदाधिकारी अमित अनुराग के सामने न तो भूमाफियाओं की चली और न ही बालू एवं खनन माफियाओं की । अपने कार्यकाल के दौरान इन्हें राजनीति का भी शिकार होना पड़ा। लोगों ने कई प्रकार से अवरोध पैदा करने की कोशिश की। मगर जनहित एवं कल्याणकारी कार्यों के लिए अपने आपको समर्पित करने वाले अनुमंडल पदाधिकारी अमित अनुराग ने सिर्फ अपने लक्ष्य की ओर बढ़ना ही सीखा, पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा। यही इनकी खासियत और काबिलियत के कारण ही इनके कार्यकलापों की चर्चा जिला ही नहीं वरन् राज्यस्तरीय स्तर पर भी होती रही। बच्चों से इनका लगाव भी काफी अच्छा था। एकबार बचपन स्कूल के एक कार्यक्रम में अनुमंडल पदाधिकारी अमित अनुराग ने कार्यक्रम में बच्चों को पुरस्कृत करने के क्रम में बच्चे को गोद में उठाकर चूमे। इसे देख बच्चों ने इन्हें चाचा नेहरु की भी संज्ञा दी थी। बच्चों के साथ साथ खिलाड़ियों के बीच भी इनकी अच्छी पैठ है। अनुमंडल कार्यालय परिसर में मद्य निषेध कार्यालय, श्रम अधीक्षक कार्यालय, ज़िला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय रहने के कारण शिक्षा, मद्य निषेध तथा बाल मजदूरों को मुक्ति कराने हेतु औचक निरीक्षण कर विभागीय दिशा, निर्देशों का भी पालन कराने में भी सदर अनुमंडल पदाधिकारी अमित अनुराग ने अहम भूमिका का निर्वाह किया। उक्त बातें, बिहारी पॉवर ऑफ इंडिया के चेयरमैन डॉ अरविन्द वर्मा ने एक विशेष भेंट में मीडिया से कही। आगे डॉ वर्मा ने कहा सदर अनुमंडल पदाधिकारी अमित अनुराग जैसे कड़क व कर्मठ पदाधिकारी को खगड़िया में ही कुछ वर्षों तक और अधिक कार्य करने का मौका मिलनी चाहिए, जिससे खगड़िया वासियों का कल्याण हो सके।

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