सक्षमता परीक्षा की आदेश के खिलाफ आक्रोश
नावकोठी/बेगूसराय/संवाददाता
प्रखंड शिक्षक एकता मंच के बैनर तले प्रखण्ड मुख्यालय नावकोठी में गुरुवार को प्रखंड स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया।अध्यक्षता साकेत सुमन ने की।शिक्षकों ने नियोजित शिक्षक के संबंध में सक्षमता परीक्षा की आदेश के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया।जिलाध्यक्ष साकेत सुमन ने कहा कि सरकार की दुरंगी नीति के फलस्वरूप शिक्षक के समक्ष अपनी सेवा बचाना एक चुनौती हो गई है।शिक्षक लगातार 20 वर्षों से अपनी सेवा देकर बच्चों को संवारा है।
उनकी सेवा के बदौलत उनके द्वारा पढाये गए बच्चे विभिन्न विभागों में अपनी सेवा दे रहे हैं। यदि शिक्षक अयोग्य है तो उनके द्वारा पढाये गए बच्चे भी अयोग्य ही होगें। उन्हें भी सेवा में बने रहने का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने आदेश पारित करने वाले शीर्षस्थ पदाधिकारियों को खुली चुनौती देते हुए कहा कि जिस सक्षमता परीक्षा की बात आला अधिकारी कर रहे हैं वे भी इसे पास कर दिखा दें तो उनके सभी आदेश को मान लिया जाएगा। सत्ता पर आसीन राजनेता शिक्षक के हित की बात नहीं करती है। सभी राजनेताओं ने ठगा ही है। चट्टानी एकता के बल पर सरकार के आदेश को वापस लेने के लिए बाध्य करने का संकल्प लिया। 10 को मशाल जुलूस एवं 13 को पटना में होने वाले ऐतिहासिक धरना-प्रदर्शन को सफल बनाने का आह्वान किया।मौके पर प्रखंड अध्यक्ष कन्हैया कुमार, सचिव साकेत कुमार, कोषाध्यक्ष अनिल कुमार महतो,अनुपम कुमारी,मो महबूब,उमेश पासवान, रजनीश,रंजीत, अली हुसैन, सच्चिदानंद पाठक,धर्मशील सहित सैकड़ों शिक्षक, शिक्षिकाओं ने बैठक में हिस्सा लिया।